Jindgi na milegi Dubara...!!!

Page views

2,885

Blog Archive

  • ►  2013 (1)
    • ►  February (1)
  • ►  2012 (3)
    • ►  April (3)
  • ▼  2011 (3)
    • ▼  August (3)
      • मालवी बोली
      • आजाद हिंद सेनाकी कप्तान ‘लक्ष्मी’
      • अपने गरीब माता-पितापर बोझ न बनकर उनके पैसे बचानेके...
Powered by Blogger.

About

Featured Posts

Featured Posts

Featured Posts

Site Links

Popular Posts

  • Ashu Parmar
    Ashu Parmar Sitamau
  • मालवी बोली
      भारत के पश्चिम मध्यप्रदेश में विन्ध्य की तलहटी में जो पठार है उसे कम से कम दो हज़ार वर्षों से मालव (मालवा) कहा जा रहा है। यहॉं के लो...
  • युग का दीपक
    वह था मर्द जो अंतिम क्षण तक अड़ा रहा वह था सिंह जो उस वेदी पर खड़ा रहा बलिदान का क्षण वह अनोखा वो वीर फंदे को चूम रहा था चमक उठा ...
  • shiksha
    shiksha deti nai hai manjil naya path,naya ujiara, jaise bahti nadiya ki dhara, ja milti sagar se hai. wahi ashiksha bebas dikhati mano ruk...
  • अपने गरीब माता-पितापर बोझ न बनकर उनके पैसे बचानेके लिए प्रतिदिन गंगा नदी तैरकर पाठशालामें जानेवाला असामान्य साहसी बालक लाल बहादुर शास्त्री !
    ‘एक लडका काशीके ‘हरिश्चंद्र हाइस्कूल’में पढता था । उसका गांव काशीसे ८ मील दूर था । वो वहांसे प्रतिदिन पैदल पाठशाला जाता । रास्तेमें गंगा नदी...
  • हिम्मत करने वालो की हार नहीं होती Deven
    हिम्मत करने वालो की हार नहीं होती लहरों से डर कर नैया पार नहीं होती. नन्ही चींटी जब दाना ले कर चलती है चढ़ती दीवारों पर सौ बार फिसलती है मन...
  • आजाद हिंद सेनाकी कप्तान ‘लक्ष्मी’
    ‘कप्तान लक्ष्मीका जन्म २४.१०.१९१४ को मद्रासमें (चेन्नईमें) हुआ था । इ.स. १९३८ में २४ वर्षकी आयुमें उन्होंने एम.बी.बी.एस. की परिक्षामें उत्...
Menu
  • HOME
    • Sub-Menu 1
    • Sub-Menu 2
    • Sub-Menu 3
    • Sub-Menu 4
    • Sub-Menu 5
  • ABOUT
  • PORTFOLIO
    • Sub-Menu 1
    • Sub-Menu 2
      • Sub Sub-Menu 1
      • Sub Sub-Menu 2
      • Sub Sub-Menu 3
      • Sub Sub-Menu 4
      • Sub Sub-Menu 5
    • Sub-Menu 3
      • Sub Sub-Menu 1
      • Sub Sub-Menu 2
      • Sub Sub-Menu 3
      • Sub Sub-Menu 4
      • Sub Sub-Menu 5
  • BLOG
  • CATEGORIES
    • Sub-Menu 1
    • Sub-Menu 2
      • Sub Sub-Menu 1
      • Sub Sub-Menu 2
      • Sub Sub-Menu 3
      • Sub Sub-Menu 4
      • Sub Sub-Menu 5
    • Sub-Menu 3
      • Sub Sub-Menu 1
      • Sub Sub-Menu 2
      • Sub Sub-Menu 3
      • Sub Sub-Menu 4
      • Sub Sub-Menu 5
  • CONTACT
  • SITEMAP

Saturday, August 20, 2011

अपने गरीब माता-पितापर बोझ न बनकर उनके पैसे बचानेके लिए प्रतिदिन गंगा नदी तैरकर पाठशालामें जानेवाला असामान्य साहसी बालक लाल बहादुर शास्त्री !

  6:59 AM Gramoday Seva Portal   Socho   No comments
‘एक लडका काशीके ‘हरिश्चंद्र हाइस्कूल’में पढता था । उसका गांव काशीसे ८ मील दूर था । वो वहांसे प्रतिदिन पैदल पाठशाला जाता । रास्तेमें गंगा नदी पार करनी पडती थी । उस समय गंगा पार करवानेके लिए नाववाला दो पैसे लेता था । दो पैसे जानेके और दो वापस आनेके, यानी एक आना; इस हिसाबसे प्रतिमाह लगभग दो रुपये । उस समय सोनेका मूल्य सौ रुपये प्रति तोलेसे भी न्यून था, इसलिए यह राशी भी बहुत अधिक लगती थी ।

माता-पितापर पैसोंका दबाव न आए, ऐसा सोचकर उस बालकने तैरना सीख लिया । गर्मी, बरसात अथवा ठंडी हो, किसी भी ऋतुमें वह गंगा तैरकर पार करता था । बहुत दिन बीत गए । एक दिन पौष माहकी हाथ-पांव गला देनेवाली ठंडीमें वह सुबह पाठशाला जाने हेतु पानीमें उतरा । तैरते हुए नदीके मध्यभागमें पहुंचा । एक नावमें सवार होकर कुछ यात्री नदी पार कर रहे थे । उन्हें लगा कि एक छोटा लडका नदीमें डूब रहा है, इसलिए उन्होंने नाव उसके समीप ली और उसे नावमें खींच लिया । उस लडकेके मुखपर तिल मात्र
भी डर अथवा चिंता नहीं थी । उसका असामान्य साहस देखकर सब लोग आश्चर्यचकित हो गए !

लोग : अभी तुम डूबकर मर जाते तो ? ऐसा साहस करना योग्य नहीं !

लडका : साहस एक गुण है । साहसी होना ही चाहिए । जीवनमें विघ्न-संकट आएंगे, उनका सामना करनेके लिए और उनपर विजय प्राप्त करनेके लिए साहस आवश्यक है । अभीसे साहसी नहीं बनूंगा, तो जीवनमें बडे-बडे काम वैâसे कर पाऊंगा ?
लोग : ऐसे समयपर तैरने क्यों आए हो ? दोपहरमें क्यों नहीं आते ?

लडका : मैं तैरनेके लिए नदीमें नहीं आया हूं । मैं तो पाठशाला जा रहा हूं ।
लोग : नावमें बैठकर जाओ !
लडका : प्रतिदिन चार पैसे लागते है । मुझे मेरे गरीब माता-पितापर बोझ नहीं बनना है । मुझे अपने पैरोंपर खडा होना है । यदि मेरा खर्च बढ गया, तो माता-पिताकी चिंता बढेगी । उन्हें घर चलानेमें कठिनाई होगी ।

लोग उसकी ओर आदरसे देखते ही रह गए । वही लडका आगे जाकर भारतका प्रधानमंत्री बना । कौन था वह बालक ? वे थे लाल बहादुर शास्त्री । इतने बडे पदपर होते हुए भी उनमें सच्चाई, निर्मलता, प्रामाणिकता, साहस, साधापन, देशप्रेम इत्यादि गुण थे । वे सदाचारके जीवित उदाहरण थे । ऐसे महापुरुष अल्प काल राज्य करनेपर भी जनतापर अपना प्रभाव छोड जाते हैं ।’
Email ThisBlogThis!Share to XShare to FacebookShare to Pinterest
  • Share This:  
  •  Facebook
  •  Twitter
  •  Google+
  •  Stumble
  •  Digg
Newer Post Home

Related Posts:


आजाद हिंद सेनाकी कप्तान ‘लक्ष्मी’
Related Posts Widget

No comments:

Post a Comment

Newer Post Home
Subscribe to: Post Comments (Atom)

Search form is empty!

  • Popular Post
  • Video
  • Category

Popular Posts

  • Ashu Parmar
    Ashu Parmar Sitamau
  • मालवी बोली
      भारत के पश्चिम मध्यप्रदेश में विन्ध्य की तलहटी में जो पठार है उसे कम से कम दो हज़ार वर्षों से मालव (मालवा) कहा जा रहा है। यहॉं के लो...
  • युग का दीपक
    वह था मर्द जो अंतिम क्षण तक अड़ा रहा वह था सिंह जो उस वेदी पर खड़ा रहा बलिदान का क्षण वह अनोखा वो वीर फंदे को चूम रहा था चमक उठा ...
  • shiksha
    shiksha deti nai hai manjil naya path,naya ujiara, jaise bahti nadiya ki dhara, ja milti sagar se hai. wahi ashiksha bebas dikhati mano ruk...
  • अपने गरीब माता-पितापर बोझ न बनकर उनके पैसे बचानेके लिए प्रतिदिन गंगा नदी तैरकर पाठशालामें जानेवाला असामान्य साहसी बालक लाल बहादुर शास्त्री !
    ‘एक लडका काशीके ‘हरिश्चंद्र हाइस्कूल’में पढता था । उसका गांव काशीसे ८ मील दूर था । वो वहांसे प्रतिदिन पैदल पाठशाला जाता । रास्तेमें गंगा नदी...
  • हिम्मत करने वालो की हार नहीं होती Deven
    हिम्मत करने वालो की हार नहीं होती लहरों से डर कर नैया पार नहीं होती. नन्ही चींटी जब दाना ले कर चलती है चढ़ती दीवारों पर सौ बार फिसलती है मन...
  • आजाद हिंद सेनाकी कप्तान ‘लक्ष्मी’
    ‘कप्तान लक्ष्मीका जन्म २४.१०.१९१४ को मद्रासमें (चेन्नईमें) हुआ था । इ.स. १९३८ में २४ वर्षकी आयुमें उन्होंने एम.बी.बी.एस. की परिक्षामें उत्...

Video Of Day

Blog Archive

  • ►  2013 (1)
    • ►  February (1)
  • ►  2012 (3)
    • ►  April (3)
  • ▼  2011 (3)
    • ▼  August (3)
      • मालवी बोली
      • आजाद हिंद सेनाकी कप्तान ‘लक्ष्मी’
      • अपने गरीब माता-पितापर बोझ न बनकर उनके पैसे बचानेके...

Subscribe

Name

Email *

Message *

Advertisement

Headline

Integer elementum massa at nulla placerat varius. Suspendisse in libero risus, in interdum massa. Vestibulum ac leo vitae metus faucibus.

Followers

Top Sites

  • popcornradio.com
  • Pidza
  • weechi.com
  • gmdm.rocks
  • xmlbloggertemplates.com

List

  • Place (1)
  • Socho (2)
Copyright © 2025 Jindgi na milegi Dubara...!!! | Powered by DEVEN Design by THE HOST MULTI | Digital | LLC